भारत में कोरोना वायरस से रविवार को सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत से पूरे देश में शोक का माहौल है। राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है।वहीं शनिवार को दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रन अस्पताल में डेढ़ महीने के मासूम बच्चे की मौत हो गई, जो कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से जुड़ा हुआ है।
आपको बता दें, 45 दिन का ये मासूम पूरे भारत में अब तक का सबसे कम उम्र का कोरोना से संक्रमित बच्चा था। भारत में ये इतनी कम उम्र के बच्चे की कोरोनावायरस के कारण पहली मौत है, यहां तक कि डॉक्टर भी इसे एक दुर्लभ मामला बताते हुए आश्चर्यचकित हैं।
डॉ. एन.एन. माथुर, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल के निदेशक ने बताया की “यह वास्तव में दिल झकझोर देने वाली घटना है। यह मामला बहुत ही दुर्लभ है क्योंकि कोविड -19 संक्रमण बुजुर्ग लोगों में ज्यादा घातक पाया जाता है और शिशुओं और बच्चों में नहीं, ”
माथुर ने बताया की ‘द सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस’ (SARI) वार्ड में सांस लेने में तकलीफ के कारण, 45 दिन के इस बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। “SARI कोरोना वायरस के लिए परीक्षण करने वाले लक्षणों में से एक है, और हमने उसी प्रोटोकॉल का पालन किया।जिसमें बच्चा कोरोना (कोविद -19) पॉजिटिव निकला था “
भारत में इससे पहले सबसे कम उम्र के बच्चे की मौत 8 अप्रैल को हुई थी। ये बच्चा एक प्रवासी मजदूर का था, जिनकी कोई भी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। वहीं लोकल अथॉरिटी का कहना था कि जिस वक्त बच्चे को अस्पताल में एडमिट किया गया वो क्रिटिकल कंडीशन में था। कोरोना (कोविड -19) पॉजिटिव इस 14 महीने के लड़के के कई अंगों के एक साथ विफल हो जाने के कारण, उसकी मृत्यु हो गई थी।