Mother’s Day : बच्चे की मुस्कान ही मां की धरोहर होती है और उनकी खुशी से ही वो दिवाली और ईद मनाती है। लेकिन दुनिया ने मां को समर्पित करते हुए एक दिन उसके नाम पर रखा है जिसे हम ‘मदर्स डे’ कहते हैं।बता दें कि मदर्स डे अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है।आज ये तकरीबन 46 देशों में मनाया जाता है।
Mother’s Day :एक माँ आपके लिए जो करती है
वर्तमान में मई के दूसरे रविवार को जिस तरह से मदर्स डे मनाया जाता है, उसके इतिहास से पता चलता है कि मदर्स डे को एक उत्सव के रूप में मनाने का श्रेय एक अमेरिकी महिला एना जार्विस को जाता है, जो अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान एक शांति कार्यकर्ता थी और दोनों पक्षों के घायल सैनिकों की देखभाल करती थी। ऐना का मानना था कि एक माँ आपके लिए जो करती है, दुनिया में दूसरा कोई और नहीं कर सकता।
यही कारण है कि उन्होंने मदर्स डे ( Mother’s Day) को एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए एक अभियान चलाया। 1908 में उन्होंने वेस्ट वर्जीनिया के ग्राफ्टन के सेंट एंड्रयू मेथोडिस्ट चर्च में अपनी मां की याद में एक सभा का आयोजन किया और दुनिया में सभी माताओं को सम्मानित करने की अपील करते हुए इस दिन को छुट्टी घोषित करने का प्रस्ताव रखा।
कई उतार-चढ़ावों और संघर्षों के बाद, अमेरिका में स्थानीय स्तर पर इसे लगभग छुट्टी घोषित कर दिया गया। लेकिन यह आधिकारिक तौर पर 8 मई 1914 को शुरू हुआ जब अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने मई के दूसरे रविवार को माताओं के सम्मान में मातृ दिवस ( Mother’s Day ) को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया।