कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन की ओर से तमाम कदम उठाए जा रहे है। ऐसे में बाहरी राज्यों में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते जिला प्रशासन किसी भी तरह का जोखिम उठाने से बच रहा है। जिसके चलते पांवटा की सीमा पर मैटेरियल सैनिटाइज टनल का निर्माण किया जा रहा है। इस टनल (Himachal disinfection tunnel) की मदद से बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों व मटेरियल को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा। जो कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे पर रोक लगाने में मददगार साबित होगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस टनल का निर्माण प्रदेश के प्रवेश द्वार पांवटा साहिब के गोविंदघाट बैरियर पर प्रगति पर है। यह टनल की एक समय में एक ट्रक या तीन छोटे वाहनों को सैनिटाइज करने की क्षमता रखता है। और पूर्ण रूप से ईको फ्रेंडली बताया जा रहा है। गुरुवार को जिलाधीश डॉ. आरके परुथी इसका शुभारंभ करेंगे।
टनल का निर्माण करवाने वाली एथेंस कंपनी के निदेशक अनिल शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड और हरियाणा बैरियरों पर टनल निर्माण होगा। टनल में पीएलसी कंट्रोल होगी। आधुनिक तकनीक से टनल से होकर सामान आ सकेगा। गुरुवार सुबह इस टनल को शुरू कर दिया जाएगा। टनल को बाद में अपग्रेड किया जाएगा। इसमें चार सीसीटीवी कैमरे, सेंसर व स्कैनर लगेंगे।
हिमाचल के आठ जिले हुए कोरोना मुक्त
प्रदेश के लिए यह राहत की बात है कि लॉकडाउन से प्रदेश के सात जिलों में एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं आया। जिला कांगड़ा में चार मरीज आए थे, वह ठीक होकर घर चले गए हैं। अब यह जिला भी कोरोना मुक्त जिलों की श्रेणी में आ गया है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 1211 मामले सामने आए और 31 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 10,363 हो गई है। जिसमें 8988 सक्रिय हैं, 1035 स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 339 लोगों की मौत हो गई है।