लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच विवाद ने सोमवार देर रात को हिंसक रूप ले लिया। इस दौरान भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शहीदों में हिमाचल के हमीरपुर जिले का 21 वर्षीय जवान भी शामिल था। शहीद अंकुश ठाकुर (Ankush Thakur) की शहादत की खबर से पूरे इलाके नें शोक की लहर दौड़ गई।
शहीद जवान अंकुश ठाकुर मूल रूप से हिमाचल के हमीरपुर जिले के उपमंडल भोरेंज के गांव कड़होता के निवासी थे। वे 2018 में भारतीय सेना के पंजाब रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। शहीद जवान अंकुश ने 10 महीने पहले ही रंगरूटी काटकर घर से सेना की नौकरी ज्वाइन की थी। वह सैनिक परिवार से सम्बंध रखते हैं, उनके पिता और दादा भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं।
शुरुआती तौर पर सोमवार देर रात को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 3 जवानों के शहीद होने की खबर थी। लेकिन बुधवार देर शाम को सेना द्वारा जारी किए गए आधिकारिक बयान में 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की गई थी। जिसके बाद सेना मुख्यालय से ग्राम पंचायत कड़होता को फोन द्वारा अंकुश ठाकुर के जवान होने की सूचना दी गई थी।
अमर उजाला को ग्राम पंचायत कड़ोहता के वार्ड पंच विनोद कुमार ने बताया, “उन्हें सेना मुख्यालय से फोन पर सूचना मिली है कि पंचायत का रहने वाला सैनिक अंकुश ठाकुर भारत-चीन एलएसी झड़प के दौरान शहीद हो गया है। अंकुश के शहीद होने की सूचना अभी तक जिला प्रशासन को भी नहीं है।”