World Malaria Day : विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य मलेरिया, एक घातक बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। यह बीमारी मुख्य रूप से एशिया, अफ्रीका, मध्य और दक्षिण अमेरिका और मध्य पूर्व के लोगों को प्रभावित करती है। विश्व मलेरिया दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य इस बीमारी का इलाज, रोकथाम और अंततः इसे खत्म करना है।
World Malaria Day : क्या है मलेरिया
यह मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से फैलता है। WHO के अनुसार, 2017 में, 87 देशों में 210 मिलियन मामले सामने आए और इनमें से 4,35,000 रोगियों की मृत्यु हुई। मलेरिया के मामले अफ्रीकी से सबसे ज्यादा थे। मलेरिया के मच्छर मुख्य रूप से शाम को आते हैं और बरसात के मौसम में अधिक हो जाते हैं। मलेरिया पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से प्रभावित करता है। यह शिशुओं के लिए सबसे घातक है।
कैसे फैलता है मलेरिया: Malaria
जब प्लास्मोडियम परजीवी ले जाने वाली मादा एनोफिलीज मच्छर किसी मानव को काटती है, तो परजीवी त्वचा के माध्यम से संचारित होता है। सबसे पहले, यह अलैंगिक प्रजनन के माध्यम से पहले यकृत ( लिवर) पर हमला करता है और फिर लाल रक्त कोशिकाओं पे हमला करता है। नतीजतन, ठंड लगना और एनीमिया आदि बुखार के लक्षण विकसित होते हैं, अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो इससे मौत भी हो सकती है।
मलेरिया के लक्षण
मच्छर के काटने के दस से पंद्रह दिन बाद मलेरिया के लक्षण सामने आते हैं। मलेरिया के दौरान तेज बुखार, ठंड लगना पसीना आना, सिरदर्द, उल्टी और लगातार दस्त ये सभी मलेरिया के लक्षण हैं।