Shani Jayanti 2020 : नवग्रहों में अपना स्थान रखने वाले शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। वे मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष में उन्हें न्यायाधीश का पद मिला है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें तेल चढ़ाया जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि शनिदेव को तेल क्यों चढ़ाया जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, माना जाता है कि शनिदेव को तेल चढ़ाने से वे अपने भक्तों के कष्ट दूर करते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यह भी कहा जाता है कि यदि साढ़ेसाती या ढय्या लगी हो तो हर शनिवार को शनि मंदिर में जाकर सरसों या तिल का तेल और काले तिल चढ़ाने से आपको भगवान शनि की कृपा प्राप्त होती है।
Shani Jayanti 2020 : बजरंगबली से युद्ध करने के लिए निकल पड़े
कथा के अनुसार, रामायण काल में, एक बार शनि देव को अपनी ताकत और पराक्रम पर कुछ ज्यादा ही घमंड हो गया। लेकिन उस काल में भगवान हनुमान के बल और पराक्रम की कीर्ति चारों दिशाओं में फैली हुई थी। जब शनिदेव को हनुमान के पराक्रम के बारे में पता चला, तो वे बजरंगबली से युद्ध करने के लिए निकल पड़े। जब शनिदेव राम भक्त हनुमानजी के पास पहुंचे, तो उन्होंने हनुमानजी को बंद आंखों से शांत स्थान पर बैठे देखा और अपने स्वामी श्री राम की भक्ति में डूबे हुए देखा, लेकिन फिर भी शनि देव ने उन्हें देखते ही युद्ध के लिए चुनौती दी।
जब पवनपुत्र हनुमानजी ने शनि देव की युद्ध के लिए ललकार रोने सुनी तो उन्होंने शनि देव को समझाना शुरू किया कि यह सही नहीं है, मैं अपने भगवान श्री राम का ध्यान कर रहा हूं। लेकिन शनिदेव ने एक बात ना सुनी और लड़ने के लिए अड़ गए। इसके बाद, मारुतिनंदन शनिदेव के साथ युद्ध के लिए तैयार हो गए। अंत में, पवनपुत्र ने शनि देव को अपनी पूंछ में लपेट लिया और उन्हें पत्थरों पत्थरों पे इधर-उधर पटका, जिससे वह बुरी तरह से हार गए और घायल हो गए।
हनुमानजी को दिया आश्वासन
शनि देव दर्द में कराहते हुए हनुमानजी से माफी मांगते हुए आश्वासन देते हैं कि वह प्रभु श्री राम और हनुमान जी के भक्तों को कभी तकलीफ नहीं देंगे। वह श्री राम और हनुमानजी की पूजा करने वाले भक्तों पर अपनी कृपा दृष्टि रखेंगे। इसके बाद, बजरंगबली ने शनि देव को तेल लगाया। जिस से उनका सारा दर्द गायब हो गया। इसीलिए शनि देव ने कहा कि जो भी मनुष्य सच्चे मन से मुझे तेल अर्पित करेगा, मैं उसके सभी कष्टों को दूर करके उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करूंगा। इस कारण से, शनि देव को तेल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई है और शनिवार शनिदेव का दिन है, जिसके कारण इस दिन तेल चढ़ाने से आपकी मनोकामनाएं जल्द पूरी होती हैं।